शनिवार, 24 दिसंबर 2011

Anana ki aandhi(bhrastachar)


जन लोक पाल बिल को लाओ
आए है अन्ना  की नाम, की आधी
हिल गए है सब दिजग सिम्बल और क्या है गाधी,
अन्ना ने एक आवाज लगाई, उठ गए सब सोये मंत्री
अब तो सब की सामत आए
अब बन गए सभी मंत्री भाई भाई
कहते है अन्ना को छूता भाई
लोक पल से डरते है
जनता के है सच्चे सेवक तो ये क्यों लरते है
रास्त ही मे कदम उठाओ
प्रधानमत्री भी आता है लोक तंत्र मे 
उसको भी लोक पाल बिल मे लाओ
संसद मे बेठे मंत्री उनको भी लोक पाल मे लाओ 
जन लोक पाल  ओ काला वापस लाओ 
देश को अब और मत खाओ
अन्ना नहीं तो भगत सिंह जेसे जवान आयेगे
मार मार के भ्रस्ताचार मिटायेगे ,
वन्दे मातरम
  




शनिवार, 3 दिसंबर 2011

गुरुवार, 1 दिसंबर 2011

Khawaab...


खवाब......


खवाब तो  जिन्दगी में हर कोई देखता है
लेकिन उनमे से कुछ ही खवाब ही पुरे होते है
इंसान को वही खवाब देखने चाहिये  जिन खवाबो को पूरा कर सके
खवाब एक ऐसा एहसास है जिसको देखते देखते आदमी अपनी मंजिल  तक पहुचने का प्रयास करते है,
कुछ खुश नसीब लोग इन खवाबो को देखने के बाद सफल हो जाते है
लेकिन कुछ बद  नसीबो के खवाब खावाब बन कर रहे जाते है
हम भी इस जिंदिग के सफ़र में अनेक खवाव्  देखते है
लेकिन इस बात का हर समय डर  रहता है के मेरे  खवाब भी  खवाब बन कर ही ना रह जाए
होते अगर हम खुदा  तो जनत   तुम्हे दे देते
होते अगर हम मधुसाम तो फूलो से तुम्हे धक  देते
होते अगर हम कवी तो एक कविता तुम पर लिख दे ते
होते अगर हम राज तो ताज तुम्हारे सर पर पहनाते
होते अगर हम गगन तो तुम्हे अपने साए में रखते
होते अगर हम धरा तो आचल में अपने छुपा लेते
होते अगर हम सुमन तो मुस्कराना तुम्हे सिखाते
पर में  तो इनमे से कुछ भी नही है
क्या तुमको दे पायेंगे
बस कुछ याद अपनी दे जायेंगे
कुछ याद तुम्हारी ले जायेंगे
व्रिटर - हरीश जोशी जी


JinDgi Kya Hai...?

जिन्दगी क्या है ? -

जिन्दगी चन्द  घडियो की कहानी है
मुरझाये हुए कमल ने कहा -  -  जिन्दगी चाँद घरियो कi खानी है
गरीब मजदुर ने कहा - - जिदगी दुखो का घर है
भिकारी ने कहा जिन्दगी नाम है - दुसरो के आगे हाथ फैलाने का
कुत्ते ने कहा -------जिन्दगी लालच है
ज्योत्षी बोला --- जिन्दगी किस्मत है
दौलत  मंद बोला - - जिन्दगी का नाम खाना पीना और मौज मस्ती करना है
पहलवान ने कहा - - - जिन्दगी एक अखाड़ा है
गायक ने कहा- - -  जिन्दगी दर्द भरे राग का नाम है
कहा जाए तो जिन्दगी कुछ भी नहीं है जिन्दगी
जीवन की अधूरी बात है जिन्दगी
नसे में जीना भी नही है जिन्दगी
किसी को छाने के लिए बड़ी प्यारी है जिन्दगी
जिन्दगी पल पल की मेहमान है
प्यार मोह्बात से जिए तो बड़ी प्यारी है जिन्दगी
एडिटर - हरिश जोशी