ये दुनिया
कभी कही जंगल मै आग लग जाती है
तो कभी कही सुखा पर जाता है
तो कही बार का पानी घरो से होकर विधानसभा मै घुस जाता है
एक छोटी सी भूल से हजारो लोग मरे जाते है
हजारो बेघर बहार हो जाते है
कही धुआ इतना भर जाता है
की पूरा का पूरा जहाज गिर जाता है
कही को जहाज डूब जाता है
ये दुनिया इतनी
विपदाओ से भरी है
की इसमे में मेरा दुःख दुःख कुछ भी नहीं है
हरीश जोशी
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